डिप्रेशन से कैसे बाहर आएं depression se bahar kaise aaye

नमस्कार दोस्तों आज हमारे इस आर्टिकल में आप देखेंगे कि डिप्रेशन से कैसे बाहर आ सकते हैं तो आइए जानते हैं

डिप्रेशन यानी अवसाद की समस्या आज बेहद आम है। कई बार अवसाद हम पर कुछ इस तरह हावी हो जाता है कि मन में आत्महत्या तक के विचार घर कर जाते हैं। लेकिन अगर शुरुआत में ही  डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानकर आप इन्हें दूर करने का प्रयास करें तो बिना किसी डॉक्टरी उपचार के आप डिप्रेशन से छुटकारा पा सकते हैं।

  • सुबह सुबह उठकर ताजी हवा में घूमें और हल्की सी धूप ले इससे आपकी बॉडी प्राइस फील करेगी
  •  जिस चीज में आपका मन लगता है जैसे गेम मूवी कुछ समय ही ना देख ले आपका दिमाग शांत होगा
  •  खाली समय में अपने दोस्तों के साथ घूमने जाएंगे अपने परिवार के साथ कुछ समय
  •  अच्छे कपड़े पहने अच्छा खाना खाएं यह मत सोच से पहले कुछ बन जाऊं तब करेंगे नहीं जो आपको पसंद है वह अभी तो करो आपको अच्छा लगेगा
  •  पांच लोगों की बात इग्नोर करना सीखो वह बोलते हैं बोलने दो वह नहीं आप जानते हो कि आप जैसी दुनिया में कोई ताकत नहीं
  • सबसे पहले डिप्रेशन दूर करने के लिए आठ घंटे की नींद लें। नींद पूरी होगी तो दिमाग तरोताजा होगा और नकारात्मक भाव मन में कम आएंगे।
  • प्रतिदिन सूरज की रोशनी में कुछ देर जरूर रहें। इससे अवसाद जल्दी हटेगा।
  • बाहर टहलने जाएं। रोज बाहर टहलें, कभी-कभी कॉफी शॉप में कुछ समय बिताएं या बाहर खाना खाने जाएं। इससे मन में उत्साह बना रहेगा।
  • अपने काम का पूरा हिसाब रखें। दिन भर में आप कितना काम करते हैं और किस गतिविधि को कितना समय देते हैं इस पर जरूर गौर करें।

डिप्रेशन के लक्षण (Symptoms of Depression) 

 इससे आपको सभी गतिविधियों के बीच संतुलन बनाने में आसानी होगी और तनाव कम होगा।

जैसा कि सभी जानते हैं कि डिप्रेशन में लोग हमेशा चिंताग्रस्त रहते हैं, इसके अलावा और भी लक्षण होते हैं- 

-अवसाद से ग्रस्त व्यक्ति हमेशा उदास रहता है।

 -व्यक्ति हमेशा स्वयं उलझन में एवं हारा हुआ महसूस करता है। 

 -किसी भी कार्य में ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है। 

-अवसाद का रोगी खुद को परिवार एवं भीड़ वाली जगहों से अलग रखने की कोशिश करता है।

 -वह ज्यादातर अकेले रहना पसंद करता है

डिप्रेशन के बचाव (prevention of depression)

आइए जानते हैं कि डिप्रेशन से कैसे बचा जा सकता है

-अवसाद से ग्रस्त रोगी उचित खान-पान के साथ अच्छी जीवनशैली का भी पालन करना चाहिए जैसे व्यक्ति को अपने परिवार और दोस्तों के साथ अधिक बिताना चाहिए। अपने किसी खास दोस्त से मन की बातों को कहना चाहिए।

-अवसाद से निकलने के लिए व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में व्यायाम, योग एवं ध्यान को अवश्य जगह देनी चाहिए। यह अवसाद के रोगी के मस्तिष्क को शान्त करते हैं तथा उनमें हार्मोनल असंतुलन को ठीक करते हैं। 

-व्यक्ति को सुबह उठकर सैर पर जाना चाहिए उसके बाद योगासन और प्राणायाम करना चाहिए।

 -अवसाद के रोगी को ध्यान या मेडिटेशन करना चाहिए। प्राय: अवसादग्रस्त व्यक्ति खुद को एकाग्र करने में असफल पाता है लेकिन शुरुआत में थोड़े समय के लिए ही ध्यान लगाने की कोशिश करनी चाहिए। -यदि किसी व्यक्ति को कोई दुर्घटना या किसी खास कारण की वजह से अवसाद हुआ है तो उसे ऐसे कारणों और जगह से दूर रखना चाहिए।

 -अवसाद के रोगी को प्राकृतिक एवं शांति प्रदान करने वाली जगहों पर जाना चाहिए साथ ही मधुर संगीत एवं सकारात्मक विचारों से युक्त किताबें पढ़नी चाहिए।

तो दोस्तों यदि हमारी जानकारी अब कैसी लगी आपको हमारी जानकारी अगर अच्छी लगी हो तो लाइक शेयर और कमेंट करना ना भूले

Disclaimer:– हमारा यह आर्टिकल आपको केवल सुझाव देने का था अगर इस से रिलेटेड कोई भी समस्या है आपको तो आप अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह जरूर लें धन्यवाद

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मैं AR पिछले 4 साल से ब्लॉग्गिंग कर रहा हूं. मुझे ऑनलाइन शॉपिंग और प्रोडक्ट रिव्यू की जानकारी दिखाना और देखना बहुत अच्छा लगता है.

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