अस्सलाम वालेकुम दोस्तों आज मैं आपको बताने जा रही हूं कि ईशा की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है अगर आप भी जानना चाहते हैं तो इस लेख को ध्यान से पढ़ें चली जानते हैं |
आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि ईशा की नमाज में कितनी रकात होती है ईशा की नमाज कैसे पढ़ी जाती है और इस नमाज में क्या-क्या पढ़ा जाता है तो चलिए जानते हैं |
- ईशा की नमाज 17 रकात
- ईशा की नमाज में वित्र पढ़ने का तरीका
- ईशा की नमाज का वक्त
- ईशा की नमाज में क्या क्या पढ़ा जाता है
- ईशा की नमाज 11 रकात
- ईशा की नमाज कितनी रकात
- ईशा की नमाज की रकात
- ईशा की नमाज कैसे पढ़ी जाती है
ईशा की नमाज पढ़ने का सही वक्त क्या है
ईशा की नमाज का वक्त रात को करीब 8:00 बजे से 9:00 तक रहता है गर्मी में यह वक्त रहता है और सर्दी में थोड़ा जल्दी रहता है इस वक्त के बीच में मस्जिद में अजान होने लगती है और मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए 15 मिनट का वक्त मिलता है
मतलब यानी अजान के 15 मिनट के अंदर अंदर आप मस्जिद में पहुंच जाएं और नमाज अदा कर ले नहीं तो आपकी नमाज छूट जाएगी
और आपके घर पर ही अदा करनी पड़ेगी नमाज मतलब रात को करीब 11:00 से पहले तक यानी आप 8:00 बजे से 11:00 तक घर पर ईशा की नमाज अदा कर सकते हैं |
ईशा की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है ?
बहुत सारे लोग नहीं जानते कि ईशा की नमाज कैसे पढ़ी जाती है|ईशा की नमाज सबसे पहले चार रकात नमाज सुन्नत अदा करके नमाज से पहले नियत करें जो इस तरह है|
नियत की मैंने चार रकात नमाज सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के वक्त ईशा का मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ और फिर आप अल्लाह हू अकबर कहते हुए अपने हाथों को उठाकर अपने कानों तक ले जाएं फिर दोनों हाथों को नाफ के नीचे बांध लेना चाहिए |
इसके बाद नियत के बाद आपको सना पढ़नी चाहिए फिर इसके बाद आप हाउस बिलही मिनेश शैतानी राजिम बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पड़े
उसके बाद सूरह फातिहा को पड़े सूरह फातिहा पढ़ने के बाद कोई भी एक सूरत या फिर कल हू अल्लाह हू अहद पढ़ ले और सूरत जो भी आपको याद हो वह पढ़ ले सूरत पढ़ने के बाद आप अल्लाह हू अकबर कहते हुए रुको मैं जैन रुको मैं जानने के बाद तीन मर्तबा सुभान रबी अल अजीम पड़े|
आपको अपनी नजर अपने पैर के अंगूठे पर रखनी होगी इसके बाद आप सभी अल्लाह हू लेमन हमीदा कहते हुए रुको मैं खड़े हो जाए फिर रब्बा ना नल हम कहते हुए उसके बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए सजदे में जाएं तीन बार सुभान रब्बी अल अल पढ़ने के बाद फिर अल्लाह हू अकबर कहते हुए उठाना चाहिए और वापस सजदे में जाएं फिर तीन मर्तबा सुहाना राबी अल अल्लाह पड़े|
इसी तरीके से आपको दूसरी रकात के लिए खड़ा होना है और उसमें यही पढ़ना है इस तरीके से आपकी कर रकात नमाज सुन्नत पूरी हो जाएगी |
चार रकात नमाज फर्ज पढ़ने का तरीका
दोस्तों कर रकात नमाज फर्ज कैसे पढ़ते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं जैसे आपने सुन्नत नमाज पढ़ी वैसे ही आपको फर्ज नमाज अदा करना है क्योंकि दोनों चार रकात ही है बस कर फर्ज नमाज में थोड़े से बदलाव है|
जो इस तरह है पहले की इसमें अपने नियत में चार सुन्नत की जगह चार-पांच बोलना है दूसरा कि अगर आप मस्जिद में यह नमाज पढ़ रहे हैं तो नियत में पीछे इस इमाम के बोल सकते हैं क्योंकि मस्जिद में फर्ज नमाज इमाम के पीछे होती है इसलिए फर्ज नमाज को इमाम साहब ही पढ़ते हैं|
जब आप पहली रात दो रकात फर्ज पढ़ कर तीसरी रकात के लिए खड़े होंगे उसमें आपको सूरह फातिहा पढ़ने के बाद सीधा रुको में चले जाना है|
सूरह फातिहा के बाद कोई सूरत जैसे कल हुआ अल्लाहू अहद या कोई भी कोई या कोई भी छोटी सूरत जो आपको याद हो आपको सीधा रुको मैं जाना है और जो बाकी का तरीका जो हमने आपको बताया इस नमाज में वैसे ही करना है |
दो रकात सुन्नत नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है ?
जैसा कि अपने सबसे पहले चार रकात नमाज सुन्नत अदा की इस तरीके से अब आप दो रकअत नमाज़ सुन्नत पढ़ सकती हैं बस इसमें इतना फर्क है कि आपने पहले चार सुन्नत पड़ी आप सिर्फ दो सुन्नत पढ़नी है
इसलिए आपको नियत में सिर्फ दो रकअत नमाज़ सुन्नत बोलना है और चार की जगह दो रकात ही पढ़नी है यानी दूसरी रकात में अत्ताहियात दुरूद इ इब्राहिम और दुआ ए मसुरा पढ़कर सलाम फेरना है |
दो रकात नमाज नफिल पढ़ने का सही तरीका क्या है ?
दो रकात नमाज नफिल पढ़ने का सही तरीका क्या है तो लिए हम आपको बताते हैं जैसे कि अपने दो रकअत नमाज़ सुन्नत पड़ी है|
बस बिल्कुल वैसे ही दो रकात नमाज नफिल आपको पढ़नी है बस चेंज कितना है कि आपको अपने नियत में दो रकात नमाज नफिल बोलना है इस तरह आपकी नफिल नमाज भी अदा हो जाएगी|
तीन रकात वित्र वाजिब नमाज़ पढ़ने का सही तरीका क्या है?
तीन रकात वित्र वाजिब नमाज़ पढ़ने का तरीका भी आसान है जैसे आपने दो रकात सुन्नत नमाज पड़ी है वैसे ही आपको इस नमाज की दो रकात सुन्नत की तरह ही पढ़ना है बस आखरी रकात करती तरीका थोड़ा अलग है जिसे हम थोड़ा तफसील से समझने वाले हैं आपको|
नमाज की नियत कैसे करते हैं बताइए हम आपको बताते हैं नियत की मैंने तीन रकात नमाज वित्र वाजिद की वास्ते अल्लाह ताला के वक्त ईशा का मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ और फिर आप अल्लाह हू अकबर कहते हुए अपने दोनों हाथ उठाकर अपने कानों तक ले जाएंगे फिर दोनों हाथों को नाफ के नीचे बांध लेंगे |
सबसे पहले आपको सन पढ़नी होगी फिर उसके बाद आओ जो बिलही मैं शैतानी राजिम बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पड़े उसके बाद आपको सूरह फातिहा पढ़ने है फिर उसके बाद आपको कल हुआ अल्लाहू अहद या आपको जो भी छोटी सूरत याद हो वह पढ़ ले
फिर उसके बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए रुको में जाए रुको मैं जाने के बाद तीन बार सुभान रबी अल अजीम पढ़ें आपकी नजर अपने पैरों के अंगूठे पर ही रखनी होगी इसके बाद सामी अल्लाह हू लेमन हमीदा कहते हुए रुको मैं खड़े हो जाना है फिर उसके बाद आपको रब बना नल हम कहते हुए उसके बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए सजदे में जाना है
सजदे में इस तरह से जाएं कि आपका सीधा घटना पहले जमीन पर लगे फिर सजदे में तीन मर्तबा सुभान रबी अल अजीम पड़े तीन बार सुभान रबी अल अजीम पढ़ने के बाद फिर अल्लाह हू अकबर कहते हुए पड़े इसी तरीके से आपको दूसरी रकात भी पढ़ना है|
तीसरी रकात में बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़कर आपको सूरह फातिहा के बाद कोई भी सूरत पढ़ना है उसके बाद रुको मैं नहीं जाकर आपको अल्लाह हू अकबर कहते हुए हाथ उठाकर वापस हाथ बांध लेना है फिर दुआ है दुआ कुनूत पढ़ना है उसके बाद रुको मैं जाकर नमाज की तैयारी पूरी करें जैसा हमने पहले की दो रकात में बताया है इस तरह आपको विर की नमाज भी हो जाएगी|
अब आपकी ईशा की नमाज पूरी तरीके से मुकम्मल हो चुकी है|
उम्मीद करती हूं कि आपको मेरी यह नमाज से जुड़ी हुई जानकारी पसंद आई होगी अल्लाह हम सबको पांच वक्त की नमाज पढ़ने की तौफीक अता फरमाए आमीन उम्मीद करती हूं आपको मेरी यह नमाज से जुड़ी हुई जानकारी पसंद आई होगी अगर पसंद आई हो तो लाइक शेयर कमेंट जरुर करें और दोस्तों को ज्यादा से ज्यादा व्हाट्सएप इंस्टाग्राम फेसबुक पर शेयर करें शुक्रिया |