दोस्तों आज हम बात करेंगे डेंगू की बीमारी के बारे में जो भारत में काफी तेजी से फैल रही है और इससे काफी लोगों की जान भी जा चुकी है तो आज हम जानेंगे कि इसके क्या लक्षण है और इसे कैसे बचा जा सकता है इसके कुछ घरेलू उपाय भी हैं इसके बारे में आज हम बात करेंगे तो आईए जानते हैं
मच्छरों से बचाव के लिए सबसे पहले तो आप जब भी घर से बाहर जाएं तो मच्छरों से बचाव वाली क्रीम का इस्तेमाल जरूर करें और छूने से पहले मच्छरदानी का उपयोग करें|
डेंगू एक काफी गंभीर बीमारी है जो ठीक होने में काफी वक्त लेती है कभी-कभी डेंगू से प्रभावित होने पर कुछ समय के लिए अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ जाता है और इस समय ही एक अच्छी हेल्थ बीमा पॉलिसी भी आपकी मदद कर सकती है आपके लिए अच्छी हेल्थ का चयन करते समय यह देखें कि वह डेंगू अस्पताल लाख के साथ डेंगू के कारण होने वाले मेडिकल खर्चों की सुरक्षा भी प्रदान करती है उसमें डेंगू की वजह से भर्ती होने पर अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चे में शामिल होते हैं|
डेंगू की बीमारी कर निकट संबंधी डेंगू विशाल नामों में से किसी एक के कारण है यह विष्णु और विष्णु से संबंधित है जो वेस्ट नाल संक्रमांक और ज्वार का कारण बनते हैं|
कभी-कभी डेंगू बुखार के लक्षण काम होते हैं और यह फ्लू और वायरल संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं छोटे बच्चों और जिन लोगों को पहले कभी संक्रमण नहीं हुआ है उन्हें बड़े बच्चे और वैसे काम को की तुलना में हल्के मामले होते हैं हालांकि उन्हें गंभीर समस्या वर्कशीट हो सकती हैं इनमें डेंगू बुखार तेज बुखार लसीका और रक्त वही गांव को नुकसान नाक और मसूड़ों से खून बहना एक्ट का बना लवर बना और परेशान चरण तंत्र की सफलता जैसी दुर्लभ जटिलता शामिल है|
डेंगू बुखार होने के लक्षण
1.सिर दर्द
2.मसल्स हड्डियों और जोड़ों में दर्द
3.जी मिचलाना
4.उल्टी लगना
5.आंखों के पीछे दर्द
6.ग्रंथियां में सूजन
7.त्वचा पर लाल चकत्ते होना
डेंगू के लक्षण ज्यादातर 5 6 दिन तक रहते हैं ज्यादातर लोग एक हफ्ते के अंदर ठीक हो जाते हैं हालांकि गंभीर स्थितियों में मरीज को ठीक होने में अधिक समय भी लग जाता है|
डेंगू की बीमारी होने पर हमें किन चीजों का सेवन करना चाहिए
पपीते के पत्ते का जूस
नारियल पानी
हल्दी
खट्टे फल
डेंगू बुखार में क्या ना खाएं
चाय कॉफी सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक जैसे चीजों के सेवन से बचना चाहिए इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है जो डेंगू के बुखार में नुकसानदायक हो सकती है|
डेंगू के समय में चटपटे मसालेदार भोजन से भी दूर रहना चाहिए|
डेंगू में तालिब हनी चीजों से भी बचना चाहिए|
डेंगू की बीमारी से आपके शरीर को कमजोर कर देता है इसका सही समय पर इलाज न होने पर यह घातक साबित हो सकता है डेंगू के बीमारी होने पर इसका बचाव के तरीके अपनाना ज्यादा बेहतर है हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे घरेलू चीजों के बारे में जो डेंगू से आपको बचाने में मददगार साबित हो सकते हैं|
1.विटामिन सी-खाने में जितना हो सकता है विटामिन सी के पदार्थ का सेवन करें विटामिन सी आपको स्वस्थ रखने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है इसके अलावा यह किसी भी प्रकार के संक्रमण को फैलने से भी रोकने में मदद कर साबित होता है|
2-हल्दी का प्रयोग-किसी भी रूप में खान-पान हल्दी का सेवन करें हल्दी का प्रयोग तो होता ही है इसके अलावा हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं|
3.तुलसी और शहद
4.अनार-डेंगू बुखार में शरीर में होने वाली रक्त की कमी और कमजोरी को दूर करने के लिए अनार का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है इसमें मौजूद विटामिन ई सी ए और फोलिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट काफी लाभकारी साबित होते हैं|
5.मेथी- मेथी की हरी पत्तियों का सेवन डेंगू से बचाव में मददगार साबित होता है इसके प्रयोग से शरीर में सभी हानिकारक और विशाल पदार्थ बाहर निकल जाते हैं इसके अलावा शारीरिक दर्द और अनिद्रा की समस्या में भी यह लाभकारी हो सकता है|
डेंगू से बचने के लिए घर की साफ सफाई करना भी बहुत जरूरी है अक्सर लोग नालियों की सफाई को नजरअंदाज करते हैं जिससे मच्छर आसानी से पैदा हो जाते हैं और यह कई खतरनाक बीमारियों को फैलाते है|
वायरल या एंटीबॉडी की जांच के लिए डॉक्टर रक्त परीक्षण से डेंगू संक्रमण का पता करते हैं यदि आप पोषण कटिबंध क्षेत्र की यात्रा के बाद बीमार हो जाते हैं तो अपने डॉक्टर को बताएं यह आपके डॉक्टर को इस संभावना का मूल्यांकन करने की अनुमति देगा कि आपके लक्षण डेंगू संक्रमण के कारण थे|
बच्चों को डेंगू की बीमारी लगने के लक्षण ज्यादा होते हैं तो अगर आप बच्चों को स्कूल भेजते हैं तो उन्हें स्कूल भेजने से पहले मच्छर को भगाने वाली क्रीम जरूर लगाएं बच्चों के बैग में भी एक क्रीम लिखकर भेजें बड़े बच्चे खुद स्क्रीन को लगा सकते हैं आप बच्चों की आसानी के लिए उन्हें ऑन एसपी कंप्लेंट दे सकते हैं|
बच्चों की आदत होती है कि वह खेलते समय घास वाले मैदान में चले जाते हैं उन्हें स्कूल में किन जगहों पर खेलना चाहिए और कहां नहीं यह बताएं पानी भरी हुई जगह और घास वगैरह से बच्चों को दूर रहने के लिए कहें इन जगहों पर ही मच्छर सबसे ज्यादा पनपते हैं|
बच्चों को आधी बाजू के कपड़े पहनने की जगह पूरी बाजू की स्कूल ड्रेस पहन कर भेजे कार्ड के नीचे पजामी पहन है गर्दन और हाथ पर जहां से भी खुल रहे हैं वहां मच्छर मारने की दवा लिखकर भेजें|
Disclaimer: समस्या होने पर अपनी हंसी यह आर्टिकल सिर्फ आपको सूचित करने के लिए था इसे उपयोग में लाने से पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह जरूर लें धन्यवाद|