दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हल्दी को ब्यूटी प्रोडक्ट के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है प्राचीन समय से ही हल्दी स्किन के लिए लाभकारी रही है| आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको हल्दी के कुछ गुणकारी गुण बताने वाले हैं जिसके इस्तेमाल से आप अपनी त्वचा का खोया हुआ निखार वापस पा सकते हैं| बहुत सी ऐसी कंपनियां हैं जो हल्दी का प्रयोग अपने प्रोडक्ट में जरूरी सामग्री के रूप में करती हैं|
क्योंकि दोस्तों हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हमारे शरीर की त्वचा की लालिमा को कम करने दाग धब्बों को हल्का करने और त्वचा पर ग्लो लाने में बहुत ही ज्यादा प्रभावशाली होते हैं|
यही एक खास बजाह है कि प्राचीन काल के समय से ही लोग हल्दी के उबटन का इस्तेमाल अपने शरीर पर करते हैं| अगर आप भी हल्दी के उत्तंका प्रयोग करके अपनी स्किन को गोरा और खूबसूरत बनाना चाहते हैं तो आप हमारा यह आर्टिकल शुरू से आखिर तक स्क्रोल करके पूरा पढ़ें इसमें वह सब कुछ टिप्स बताए गए बिना पद्माकर अपने शरीर की त्वचा को खूबसूरत और गोरा बना सकते हैं|
यह आपके शरीर पर पॉलिशिंग की तरह काम करेगी और आपके त्वचा का कालापन भी दूर करेगी तो आइए जानते हैं हल्दी का उबटन बनाने की विधि जिसके इस्तेमाल से आप अपने शरीर को खूबसूरत और चमकदार बना सकते हैं|
Table of Contents
- 1 हल्दी क्या है? – (What Is Haldi in Hindi?)
- 2 चोट का घाव भरने में हल्दी का प्रयोग |
- 3 हाथ पैरों का दर्द मिटाने में लाभकारी हल्दी |
- 4 रक्त शोधन में है लाभकारी हल्दी |
- 5 हड्डियों को मजबूत करने में हल्दी का प्रयोग |
- 6 हल्दी से कैंसर का बचाव |
- 7 हल्दी का उबटन बनाने की सामग्री |
- 8 हल्दी का उबटन बनाने हेतु सामग्री |
- 9 हल्दी का उबटन बनाने की विधि हिंदी में:-
- 10 हल्दी और चंदन का उबटन लगाने के फायदे |
- 11 हल्दी और चंदन का उबटन बनाने की विधि हिंदी में:-
- 12 हल्दी और चंदन का उबटन लगाने के बाद के फायदे |
हल्दी क्या है? – (What Is Haldi in Hindi?)
हल्दी एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी हैऔर उसकी तरह दिखाई देती है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग देता है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में हल्दी का उपयोग कई वर्षों से किया जा रहा है। आयुर्वेद में इसे हरिद्रा भी कहते है। हल्दी भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का पौधा है। यह एक बारहमासी पौधा है इसके पौधे में फूल आते है। इसे २० से ३० डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान चाहिए होता है|
और वार्षिक वर्षा की भी अच्छी मात्रा में आवश्यकता होती है। हल्दी पाउडर का स्वाद कड़वा, गर्म, काली मिर्च जैसा होता है और इसकी सुगंध मिट्टी, सरसों जैसी होती है। इसका विशेष तौर पर मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। खाने के साथ ही इसे सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग व और भी तरह की बिमारियों में प्रयोग किया जाता है।
दोस्तों उम्मीद करता हूं आप अच्छे से समझ गए होंगे कि हल्दी क्या है और इसका प्रयोग क्यों होता आ रहा है प्राचीन काल से इसे आयुर्वेद में हरिद्रा के नाम से जाना जाता है| तो अब बात करते हैं कि उसको खाने की और लगाने से क्या फायदे होते हैं इसके बारे में|
हल्दी के अद्भुत फायदे हिंदी में |
जैसा कि आप सभी जानते हैं हल्दी सिर्फ भोजन का ही स्वाद नहीं बल्कि बहुत से तरह से हमारे शरीर के शारीरिक फायदे में काम आती है तो आइए जानते हल्दी के फायदो के बारे में |
चोट का घाव भरने में हल्दी का प्रयोग |
दोस्तों अगर आपको कहीं छोटी मोटी चोट लग गई है तो आप शरीर के उस जगह पर तुरंत हल्दी का प्रयोग कर सकते हैं इससे चोट पर बहने वाला खून भी रुक जाएगा और आपका गांव भी जल्दी ठीक होने लगेगा हल्दी में घाव को जल्दी भरने के बहुत ही अद्भुत गुणकारी गुण होते हैं यह चोट की जलन और दर्द को भी कम करने में अत्यंत मददगार हैं|
हाथ पैरों का दर्द मिटाने में लाभकारी हल्दी |
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो हमारे शरीर में होने वाले हाथ पैरों के दर्द को बहुत आसानी से मिटा देते हैं आपने देखा होगा कभी-कभी हाथ पैरों में दर्द होने लगता है और ऐसा अक्सर ठंड के मौसम में अधिक होता है तो आपको ऐसे में हल्दी का इस्तेमाल करना चाहिए आप गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं इससे बहुत ही जल्द आपको आराम होगा |
रक्त शोधन में है लाभकारी हल्दी |
हल्दी का एक गुण यह भी है दोस्तों हल्दी रक्त शोधन करने वाली होती है| हल्दी रोज खाने से रक्त में पाए जाने वाले विषैले तत्व शरीर से बाहर निकलते हैं| जिससे रक्त का बहाव अच्छे से होने लगता है, रक्त पतला होने पर धमनियों में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और इससे हृदय संबंधित समस्याएं भी नहीं होती हैं|
हड्डियों को मजबूत करने में हल्दी का प्रयोग |
आपने अक्सर सुना होगा हल्दी वाले दूध के बारे में जी हां हम बात कर रहे हैं हल्दी वाले दूध की इसको पीने से शरीर में हड्डियां मजबूत होती हैं दूध में कैल्शियम होता है जिससे शरीर मजबूत बनता है और हल्दी में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं | इसे आप चाहे तो दूध में हल्दी डालकर पी सकते हैं या आपके शरीर को बहुत ही ज्यादा फायदे पहुंचाने वाले टिप्स हैं|
हल्दी से कैंसर का बचाव |
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कच्ची हल्दी में करक्यूमिन तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं |
कच्ची हल्दी में एंटी कैंसर गुण होते हैं कच्ची हल्दी पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को कम करने में बहुत ही लाभकारी है| यह बात बहुत ही ज्यादा ध्यान देने योग्य है कि कच्चे हल्दी से कैंसर होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है लेकिन इसे कैंसर का इलाज नहीं कह सकते हैं|
हल्दी का उबटन बनाने की सामग्री |
अगर आप अपने शरीर की खूबसूरत और बेदाग त्वचा चाहती हैं तो आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि हल्दी का उबटन बनाने के लिए हमें किस सामग्री की आवश्यकता होती है स्त्री संबंधित बात में इसलिए कर रहा हूं क्योंकि ज्यादातर महिलाएं ही खूबसूरती की दीवानी होती है| तो आइए जानते हैं हल्दी का उबटन बनाने में कौन सी सामग्री की हमें जरूरत है इसके बारे में|
हल्दी का उबटन बनाने हेतु सामग्री |
हल्दी का उबटन बनाने के लिए सबसे पहले हमें हल्दी और बेसन की जरूरत होगी हल्दी और बेसन का उबटन बनाने के लिए आपको आधा कब गुलाबजल आधा का बेसन और आधा कप दूध की जरूरत पड़ेगी |
हल्दी का उबटन बनाने की विधि हिंदी में:-
हल्दी का उबटन बनाने के लिए आपको सबसे पहले यह करना होगा कि आप एक बड़ी कटोरी लें और उसमें यह सारी चीजें अच्छी तरह से मिला ले उसके बाद इनका एक पेस्ट बना लें |आप समझ गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं अगर आप नहीं समझे तो हम एक बार फिर आपको बताते हैं हम उस सामग्री की बात कर रहे हैं, जो हमने आपको उपरोक्त में बताई हैं | अगर आप चाहें तो आप अपनी जरूरत के हिसाब से इनकी मात्रा कम या ज्यादा कर सकते हैं| जैसा कि हम ने आपको ऊपर बताया था अब आप का पेस्ट बनकर तैयार है आप इसको नहाने से पहले अपने पूरे शरीर पर हल्के हाथों से लगा ले|
और धीरे-धीरे हल्के हाथ से मसाज करें 10 से 15 मिनट तक जवाब इसकी मसाज करेंगे तो यह धीरे-धीरे सुखकर्ता चा से हटने लगेंगे जब यह पूरी तरह से हट जाए तो आप नॉर्मल पानी पर रगड़ रगड़ कर नहा ले इसके इस्तेमाल से आपकी त्वचा टैनिंग और दाग धब्बे उस पर से गायब हो जाएंगे और आपकी त्वचा एकदम कोमल और मुलायम दिखने लगेगी |
हल्दी और चंदन का उबटन लगाने के फायदे |
दोस्तों हल्दी मैंने पहले ही बताया था बहुत ही गुणकारी है इसको बहुत तरीके से प्रयोग में लाया जाता है ऊपर मैंने बताया था आपको क्या हल्दी का उबटन किस तरह बनाते हैं और उसके लगाने के क्या फायदे होते हैं लेकिन अब हम बात करने वाले हल्दी और चंदन का ऑप्शन बनाने की विधि के बारे में इसको किस तरह बनाया जाता है और हल्दी और चंदन का उबटन लगाने के फायदे क्या होते हैं यह भी हम आपको अपने इस आर्टिकल में विस्तार से बताएंगे |
हल्दी और चंदन का उबटन बनाने की विधि हिंदी में:-
हल्दी और चंदन का उबटन बनाने के लिए दोस्तों आपको करना यह हुआ कि आप एक बड़ी कटोरी लें और इसमें हल्दी और चंदन पाउडर, गुलाब जल आदि डालकर उनको अच्छी तरह से मिला ले |
अब इस पेस्ट को नहाने से पहले आप अपने पूरे शरीर पर लगाएं जब यह आपकी त्वचा पर अच्छी तरह से लग जाए तो हलके हाथों से से रगड़ना शुरू करें ऐसा लगभग 10 से 15 मिनट तक करें जब आपके शरीर पर लगा हल्दी चंदन का उबटन उतरने लगे तब तक आप इसकी हल्के हाथों से मसाज करते रहें जब सारा उबटन आपके शरीर से हट जाए तो आप नॉर्मल पानी से रगड़ रगड़ कर नहा लें |
हल्दी और चंदन का उबटन लगाने के बाद के फायदे |
जैसा कि दोस्तों में आपको पहले ही बता चुका हूं इसको लगाने के अद्भुत फायदे हैं जब आप इसको लगाने के बाद अच्छी तरह से नहा लेते हैं तो आप पाएंगे कि आपकी स्किन के डेड सेल्स हट गए और सारे 4 से भी क्लीन हो गए हैं यही नहीं इसके ना आपकी मुलायम और चमकती हुई दिखने लगेगी लेकिन एक बात ध्यान रखें आप साबुन की बजाय इस उबटन को रोज इस्तेमाल करें बहुत ही जल्द आप एक बेदाग त्वचा के मालिक होंगे |
उम्मीद करता हूं दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको काफी पसंद आई होगी अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई तो आप हमारे इस पोस्ट को सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और कमेंट करना ना भूलें |
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