फजर की नमाज पढ़ने का तरीका क्या है? FAJAR KI NAMAZ PADHNE KA TARIKA

अस्सलाम दोस्तों आज हम इस लेख में जानेंगे कि फजर की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है इसकी क्या-क्या फजीलत है और यह नमाज कैसे पढ़ी जाती है तो आईए जानते हैं|

फजर की नमाज में दो फर्ज और दो सुन्नत होती है कुल मिलाकर यह चार रकात होती है नमाज के लिए सबसे पहले हमें बजु करना चाहिए एकदम सही तरीके से करना चाहिए|

फजर की नमाज पांच वक्त की नमाजों में सबसे पहले सुबह में पढ़ी जाने वाली नमाज फजर है| फजर की नमाज का तरीका जानने के लिए हमें सबसे पहले नमाज पढ़ने के लिए कैसे तैयार होना है और नमाज की तैयारी के लिए शरीर का पैक होना बेहद जरूरी है|

कपड़ों का साफ होना नमाज का टाइम होना और जिस जगह नमाज पढ़ने के लिए खड़े होना है वह जगह साफ सुथरी होना बेहद जरूरी है अगर शरीर साफ ना हो तो नमाज पढ़ने से पहले वजू करना बहुत जरूरी है आइए जानते हैं सबसे पहले वजू कैसे किया जाए|

  • फजर की नमाज हिंदी में लिखी हुई
  •  फज्र की नमाज़ का तरीका 
  • फजर की नमाज की रकात 
  • फजर की नमाज का वक्त
  •  फजर की नमाज कैसे पढ़ते हैं
  •  फज्र की नमाज़ की नियत
  •  फजर की नमाज का आखिरी वक्त

फजर की नमाज क्या है ?

दोस्तों जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि इस्लाम में पांच वक्त की नमाज हर मुसलमान पर फर्ज हैं उनमें से जो सबसे पहले नमाज है वह फजर की नमाज है यह नमाज बहुत अफजल नमाज है अगर आप इस नमाज को अदा करते हैं तो आपका पूरा दिन बहुत अच्छे से निकलता है और आपके चेहरे पर नूर भी आता है और पूरे दिन काफी सारी बुरी आफतों से महफूज रहते हैं|

वजू करने का सही तरीका क्या है ?

आज हम आपको बताएंगे कि वजू करने का सही तरीका क्या है वजू करने के लिए साफ पानी लेकर बैठता है बिस्मिल्लाह हिर्रहमानिर्रहीम पढ़कर पहले दोनों हाथों को गट्टू तक तीन बार धोना है फिर तीन बार मुंह में पानी लेकर कुल्ली करना है उसके बाद तीन बार नाक में पानी देना है फिर उसके बाद तीन बार दोनों हाथों से अपने पूरे मुंह को अच्छी तरह से धो लें|

दोनों हाथ कोनी तक धोए हथेली से कोहनी तक तीन बार पानी डालें फिर उसके बाद कानों में उंगली से मस कर ले उसके बाद चौथाई सर का मसह कर ले इसका मतलब है भीगी हाथों से माथे के पास से शुरू करके पीछे की तरफ तक बालों में हाथ फेरने के बाद पहले दाएं पैर को धोए उसके बाद फिर बाय पर को धोए इसी तरह से आपका वजूद मुकम्मल हो चुका है |

फजर की नमाज पढ़ने का तरीका क्या है ?

कुछ लोग नहीं जानते की फजर की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है तो चलिए हम आपको बताते हैं फजर की नमाज में सबसे पहले दो रकात सुन्नत पढ़ी जाती है फिर उसके बाद दो रकात पड़े जाते हैं|

फजर की नमाज पढ़ने के लिए नियत कैसे की जाती है ?

फजर की नमाज पढ़ने के लिए नियत कैसे की जाती है तो आईए जानते हैं हर मुसलमान को चाहिए की फजर की नमाज की रकात जाने के साथ-साथ वह हर फर्ज नमाजों के साथ-साथ सुन्नत और नफिल कभी खास एतमान करें ताकि अल्लाह ताला का क़ुर्ब भी हासिल हो जाए|

जैसा कि हमारे नबी अकरम सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि बंदा नवाफिल के दरिया अल्लाह ताला से करीब हो जाता है

अगर खुदा ना खस्ता कयामत के दिन फर्ज नमाजों में कुछ कमी निकाले तो सुन्नत वह नफिल से उसकी तकलीफ कर दी जाए जैसा कि नबी अकरम सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि कयामत के दिन आदमी के अमल में से सबसे पहले फर्ज नमाज का हिसाब लिया जाएगा अगर नमाज दुरुस्त हुई तो वह कामयाब हुआ कामरान होगा और अगर नमाज दुरुस्त न हुई तो नाकाम और घाटे में रहेगा|

फजर की नमाज पढ़ने का सही वक्त क्या है ?

फजर की नमाज का वक्त सूरज की पहली किरण के निकलने से कुछ देर पहले रहता है यानी कि अगर आपके यहां 6:00 बजे सूरज की पहली रोशनी निकल जाती है 

तो आप फजर की नमाज उससे पहले पढ़ ले सूरज की रोशनी निकलते ही इस नमाज का वक्त खत्म हो जाता है आमतौर पर हमारे इलाकों में देखा जाता है कि अभी गर्मियों के मौसम में फजर की नमाज के लिए जान 4:30 पर हो जाती है और 5:00 से पहले नमाज पढ़ ली जाती है|

क्योंकि सुबह 6:00 बजे ने के करीब तक सूरज की रोशनी निकल जाती है और इस नमाज का वक्त खत्म हो जाता है अजान की आवाज से नमाज के लिए उठ जाते हैं

 लेकिन अगर आसपास मस्जिद नहीं है तो हम अजान नहीं सुन पाते और नमाज पढ़ने के लिए उठ नहीं पाते बेहतर यह है कि अगर आपके आसपास मस्जिद नहीं है तो आप वक्त पता करके मोबाइल में अलार्म रख दें और सही वक्त पर नमाज के लिए उठ जाए|

नमाज पढ़ने के बाद हमें कौन सी दुआ मांगनी चाहिए?

अस्सलाम वालेकुम प्यारी बहनों भाइयों आज हम आपको बताने वाले हैं की नमाज पढ़ने के बाद हमें कौन सी दुआ मांगनी चाहिए तो दोस्तों जानते है 

अल्लाह हम्मा सल्ले अला मुहम्मद वाला अली मुहम्मदिंव सल्लल्लाहु इब्राहिम व अलेही इब्राहिमा इन्नका हमीदुम मजीद अल्लाहुम्मा बारिक अल्लाह मुहम्मदिव मौला अली मुहम्मदिव कमर इब्राहिम वाला अली इब्राहिम मजीद नमाज पढ़ने के बाद यह दुआ मांगने के लिए तर्जुमा पढ़ा जाता है |

फजर की नमाज कजा हो जाए तो हमें क्या करना चाहिए?

अगर किसी की फजर की नमाज अदा नहीं हो पाई है किसी काम के चक्कर में या किसी और सिलसिले में आपकी नमाज रह जाती है और कैसा हो गई है तो अगर आपकी फजर की नमाज छूट जाए तो उसकी वजह पढ़ लेना चाहिए

फजर की नमाज की सजा पढ़ना चाहते हैं तो सूरज निकलने के 20 मिनट के बाद आप फजर की नमाज पढ़ सकते हैं या जब आपका दिल चाह कर सकते हैं इसमें कोई मसला नहीं है लेकिन फज नमाज की याद आएगी जल्द से जल्द कर लेना चाहिए

 दोस्तों यहां अपने जन की फजर की नमाज कैसे पढ़ी जाती है फजर की नमाज क्या-क्या फजीलत है|उम्मीद करती हूं कि आपको मेरी यह जानकारी पसंद आई होगी अगर पसंद आई हो तो लाइक शेयर कमेंट करना ना भूले और ज्यादा से ज्यादा दोस्तों को शेयर करें व्हाट्सएप इंस्टाग्राम फेसबुक पर शुक्रिया 

मैं AR पिछले 4 साल से ब्लॉग्गिंग कर रहा हूं. मुझे ऑनलाइन शॉपिंग और प्रोडक्ट रिव्यू की जानकारी दिखाना और देखना बहुत अच्छा लगता है.

Leave a Comment