तहज्जुद की नमाज पढ़ने का तरीका क्या है ? tahajjud ki namaz padhne ka tarika kya hai ?

इस्लाम में वैसे तो पांच वक्त की नमाजे फर्ज की गई है हर और बालिग मर्द औरत को फज्र जौहर असर मगरिब और ईशा यह पांच वक्त की नमाज पढ़ने लाजमी है एक नमाज मित्र को वाजिद करार दिया गया है

नफिल नमाजों में अल्लाह के नजदीक सबसे महबूब और पसंदीदा नमाज़ तहज्जुद की नमाज है आज हम आपको इस लेख में बताने वाले हैं कि तहज्जुद की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है और इसकी क्या-क्या फजीलत हैं तो आईए जानते हैं

  •  तहज्जुद की नमाज़ सुन्नत है या नफील
  •  तहज्जुद की नमाज़ की दुआ
  •  तहज्जुद की नमाज़ का तरीका और नियत 
  • तहज्जुद की नमाज़ की नियत कैसे बांधे
  • तहज्जुद की नमाज में कितनी रकात होती है 
  •  तहज्जुद की नमाज़ के फायदे

तहज्जुद की नमाज पढ़ने का वक्त क्या है ?

अस्सलाम वालेकुम तहज्जुद की नमाज का वक्त इशा से लेकर फजर होने तक रहता है अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने तहज्जुद की नमाज के बाद वितर पढ़ने का हुक्म दिया है 

इसका मतलब यह हुआ की सबसे आखिर में भीतर पढ़ना चाहिए अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और साहब के राम रजि अल्लाह हू अल्लाह से ज्यादा 12 रकात नमाज साबित है हालांकि कई मौके पर आठ रकात नमाज पढ़ने का भी जिक्र मौजूद है|

तहज्जुद की नमाज 12 रकात नमाज के दो दो रकात करके पढ़नी है हर दो रकात पर सलाम फेरना है इस तरह अपनी ताकत और वसुवत के मुताबिक 2,4,6,8,10, या फिर 12 रकात तहज्जुद की नमाज अदा की जा सकती है |

तहज्जुद की नमाज पढ़ने का कितना सवाब है ?

उड़ान और हदीस में तहज्जुद की नमाज की बड़ी अहमियत है अल्लाह का यह पसंदीदा अमल पैगंबर और औलिया अल्लाह की पहली पसंद रहा है रात ढलने का वक्त दुआओं की काबिलियत की घड़ी होती है

 नींद के वक्त में बिस्तर को छोड़कर अल्लाह के हुजूर तहज्जुद की नमाज के लिए खड़े हो जाना बड़े अजरवा सवाब का बाईस है तहज्जुद की नमाज की इसके जरिए अल्लाह का कब्र और अल्लाह की राजा भी हासिल होती है 

जैसे कारोबार में बरकत, बीमारी से शिफा, बेरोजगारी दूर ,घर में सुकून, वह आराम आने वाली बात टालना वगैरा 

video

Tahajjud ki Namaz ka Tarika in Hindi | tahajjud ki namaz padhne ka tarika | islamic world

तहज्जुद की नमाज में कितनी रकात होती हैं ?

दोस्तों बहुत सारे लोगों को नहीं पता कि तहज्जुद की नमाज में कितनी रकात होती हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि तहज्जुद की नमाज में कितनी रकात होती है

तहज्जुद की नमाज कम से कम दो रकात और औसतन 8 और ज्यादा से ज्यादा 12 रकात ही पढ़ते हैं और मैं खुद भी फर्ज जान के आधे घंटे पहले 8 रकात तहज्जुद की नमाज पढ़ता हूं |

तहज्जुद की नमाज सुन्नत है या नफील ?

देखिए दोस्तों तहज्जुद की नमाज फर्ज है या सुन्नत या नफील तो आईए जानते हैं अगर आपने इस नमाज को नहीं भी पड़ा तो आप पर गुनाह नहीं होगा लेकिन आप बहुत सारे खजाने से मरहूम हो जाएंगे|

लेकिन अगर आप तहज्जुद की नमाज अदा करते हैं तो बहुत ज्यादा सवाब का काम है जिससे आप अल्लाह की बहुत सारी रहमतों को हासिल कर सकते हैं|

तहज्जुद की नमाज में नियत कैसे करते हैं ?

तहज्जुद की नमाज पढ़ने की नियत कैसे करते हैं आईए जानते हैं

1.नमाज़ तहज्जुद नफिल नमाज है इसलिए दो रकात नफिल नमाज़ तहज्जुद की नियत करें जैसे आप और नमाजों की नियत करते हैं |

नियत करता हूं मैं दो रकात नफिल नमाज़ तहज्जुद वास्ते अल्लाह ताला के रूप मेरा काबे शरीफ की तरफ|

2. अल्लाहु अकबर कह कर हाथ बाँध लें।

3. सबसे पहले आप सना पढ़ें यानी “सुबहाना कल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारक इस्मुका व तआला जद्दुका वला इलाहा गैरुक”

3. दूसरा ताउज पढ़ें यानि के आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़ें।

4. सूरह फातिहा पढ़ें यानी अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें।

4. क़ुरान शरीफ की कोई एक सूरह पढ़ें।

तहज्जुद की नमाज में रुको कैसे करते हैं ?

 तहज्जुद की नमाज में आप अल्लाह हू अकबर कहते हुए रुको मैं जान रुको मैं जाने के बाद कम से कम 3 मिनट तबाह सुहाना रब्बी अल अज़ीम कहे |

 फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाएं जब आप अच्छे से खड़े हो जाए तो एक मर्तबा  “रब्बना लकल हम्द” हम भी कहे |

तहज्जुद की नमाज में सजदा कैसे करते हैं ?

फिर आप अल्लाह हू अकबर कहते हुए सजदे के लिए जाएं दो सजदे करें और दोनों सजदों के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुभान रब्बी अल अल्लाह कहीं इसी तरह से तहज्जुद की नमाज का तरीका दूसरे रकात में पढ़ना होता है|

तहज्जुद की नमाज में कौन सी सूरत पढ़नी चाहिए ?

दोस्तों जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि तहज्जुद की नमाज एक नफिल नमाज है इसे आप अपने हिसाब से सूरत पढ़ सकते हैं

लेकिन ज्यादा से ज्यादा कोशिश करें कि जब आप तहज्जुद की नमाज़ पढ़े तो थोड़ी लंबी सूरत पड़े जैसे सूरत यासीन इस तरह की सूरत

अगर आपको छोटी सूरत की याद है तो आप वही पढ़े इसमें कोई हर्ज की बात नहीं |

दोस्तों आज हमने सीखा कि तहज्जुद की नमाज़ की नियत तहज्जुद की नमाज क्या है तहज्जुद की नमाज कब पड़ी जाती है और कैसे पढ़ी जाती है

इस नमाज में कितनी रकात होती हैं तो हमने यह सभी जानकारी आपको हासिल करने के लिए इस आर्टिकल में बताई है|

उम्मीद करती हूं कि आपको मेरा यह तहज्जुद की नमाज से जुड़ी हुई जानकारी पसंद आई हो तो आप लाइक करें कमेंट करें शेयर करें ज्यादा से ज्यादा व्हाट्सएप इंस्टाग्राम फेसबुक पर शेयर करें शुक्रिया

मैं AR पिछले 4 साल से ब्लॉग्गिंग कर रहा हूं. मुझे ऑनलाइन शॉपिंग और प्रोडक्ट रिव्यू की जानकारी दिखाना और देखना बहुत अच्छा लगता है.

1 thought on “तहज्जुद की नमाज पढ़ने का तरीका क्या है ? tahajjud ki namaz padhne ka tarika kya hai ?”

Leave a Comment