छाछ यानी मट्ठा दिन के किसी भी समय में आप भी सकते हैं इसे भोजन के बाद भी पी सकते हैं वहीं शाम या रात के समय भी आप इसका सेवन करने से पहले मौसम और जगह का ध्यान देना बहुत जरूरी है अगर आपको पेट की दिक्कत रहती है तो छाछ को सुबह खाली पेट भी हैं
दूध से दही और दही से छाछ बनती है छाछ बनाने के लिए दही को फेंटना पड़ता है घी निकालने के बाद जो मैं पेय बचता है उसे छाछ कहते हैं छाछ में दूध व दही की अपेक्षा फैट और कैलोरी दोनों कम होते हैं यह नमकीन व खट्टी होती है और पीने में स्वादिष्ट भी इसलिए यह काफी प्रसिद्ध है इसे मट्ठा भी कहा जाता है
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छाछ कैसे बनाई जाती है
बाजार जैसा स्वादिष्ट छाछ बनाने के लिए सबसे पहले आपको एक बर्तन में दही हरा धनिया हरी मिर्च डालकर और पानी डालकर अच्छी तरह से मिला लेना है जब अच्छी तरह से मिल जाए तो उसमें काला नमक और सादा नमक डालकर उसे फिर हैंड ग्राइंडर से अच्छी तरह मिला लें जब सारी चीजें अच्छी तरह से मिल जाए तो दूसरी तरफ एक पैन में घी डालकर उसे गैस पर गर्म करें जब भी गर्म हो जाए तो उसमें जीरा कड़ी पत्ता और हरी मिर्च डालकर हल्का सा भून लें जब सारी चीजें हल्की सी भूल जाएं तो छत के ऊपर उसका तड़का लगा दें इस तरह से आप बता देता था आज घर पर ही तैयार कर सकती हैं
कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत
आपको शायद यह पता होगा कि छाछ भी दूध की तरह कैल्शियम प्राप्ति का एक बहुत ही अच्छा तरीका है एक दिन में एक व्यक्ति को 700 से 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है जबकि गर्भवती महिला को 1000 से 12 मिलीग्राम कैल्शियम चाहिए होता है वही बच्चों को 500 से 700 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है छाछ में कैल्शियम के अलावा पोटेशियम विटामिन बी और फास्फोरस की मात्रा पाई जाती है इस कारण छाछ हमारी हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद होता है
छाछ पीने से शरीर होता है मजबूत
छाछ में पाया जाने वाला कैल्शियम और विटामिन बी हमारी बोंस को मजबूती देने के साथ ही शरीर में विटामिन डी का संतुलन बनाए रखने में काफी मददगार होता है विटामिन डी एक ऐसा विटामिन है जो हमारे शरीर की इम्यून सेल्स को एक्टिव करने का काम करता है साथ ही नई इम्यून सेल्स के निर्माण में भी जरूरी भूमिका अदा करता है पोटेशियम हमारे स्वास्थ्य शरीर के लिए सबसे जरूरी मिनिरल्स में से एक है यह हमारे शरीर में फ्लुएड के संतुलन को बनाए रखने का काम करता है ताकि मसल स्ट्रांग बनी रहे शरीर पर जब किसी भी तरह का बैक्टीरिया या वायरस अटैक करता है तो पोटेशियम की मदद से हमारी बॉडी सेल्स दूसरी कोशिकाओं और इम्यून सेल्स को सिग्नल भेज पाते हैं
छाछ पीने का सही तरीका
छाछ कैल्शियम का बेहतरीन स्त्रोत छाछ पीने का सही तरीका अच्छा आज को कभी भी सुबह के वक्त एकदम खाली पेट नहीं पीना चाहिए अगर आप ऐसा करेंगे तो शरीर में आलस बढ़ेगा और आपको नींद आती रहेगी जबकि कुछ लोगों के शरीर में भारीपन का पेट में दर्द की शिकायत भी हो सकती है आप नाश्ता करने के साथ चपाती या पराठा खाने के साथ चाय पी सकते हैं चाय पीने का सबसे सही समय दोपहर का होता है या तो आप भोजन के साथ साथ ले सकते हैं या फिर दिन में 11:00 बजे के बाद गुड़ और छाछ का उपयोग कर सकते हैं
छाछ पीने के फायदे
- छाछ पीने से शरीर में पानी की कमी दूर होती है
- पेशाब में दर्द हो तो छाछ पीने से आराम मिलता है
- छोटे बच्चों को रोजाना छाछ पिलाने से दांत निकलने में तकलीफ नहीं होती
- वजन कम करना हो तो छाछ का सेवन करना चाहिए फायदेमंद होता है
- छाछ में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है इसलिए छाज ऑस्टियोपोरोसिस में मदद करता है
- आज बदहजमी भूख ना लगने और कब्ज की समस्या में भी काफी फायदा दिलाता है
- यह एसिडिटी और पेट की जलन को दूर करता है
- छाछ का सेवन करने से चर्बी नहीं जमती
- छाछ का सेवन करने से त्वचा चमकदार बनती है
छाछ पीने के नुकसान
- दिन में छाछ पीना काफी फायदा होता है फायदेमंद होता है लेकिन शाम को छाछ पीना नुकसानदायक हो सकता है
- बुखार और कमजोरी में छाछ पीना नुकसानदायक है
- गुर्दों की तकलीफ में छाछ का सेवन करना हानिकारक माना जाता है
- गठिया जोड़ों के दर्द मांसपेशियों का दर्द हो तो ना पिए
- खांसी और सर्दी में छाछ पीने से सर्दी बिगड़ सकती है
- यह जोड़ों में अकड़न की समस्या पैदा करता है
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें
- सुबह खाली पेट छाछ पीने के फायदे
- बवासीर में छाछ पीने के फायदे
- छाछ पीने के फायदे और नुकसान
- खाली पेट छाछ पीने के नुकसान
- मट्ठा पीने के नुकसान
- रात को छाछ पीने के फायदे
- सर्दी में छाछ पीने के फायदे
- खट्टी छाछ पीने के फायदे
DISCLAIMER: हमारा सुझाव केवल आपको सूचित करने के लिए था किसी भी चीज को उपयोग में लाने से पहले अपने नजदीकी डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें