दोस्तों आज हम एक ऐसे पौधे के बारे में बात करने वाले हैं जिसको आपने बहुत बार देखा और सुना होगा यह पौधा अक्सर आपको देखने मिल जाएगा लेकिन शायद इसके गुणकारी गुणों के बारे में आप नहीं जानते होंगे तो चलिए आज हम बात करते हैं उस पौधे के बारे में जिसे अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है इस पौधे को हमारे यहां चिरचिटा कहते हैं आपके यहां क्या कहते हैं आपके यहां किस नाम से इस पौधे को जाना जाता है यह हमें मालूम नहीं है|
दोस्तों का आयुर्वेद महत्व और इसका इस्तेमाल निर्माण किया जाता है पाचन तंत्र की मजबूती के लिए आयुर्वेद में इस्तेमाल होता है इसको कई सारे नामों से जाना जाता है जैसे चिरचिरा चिचड़ा और अपामार्ग आदि नामों से इसको जाना जाता है वही हमारे यहां इसको चिरचिटा कहते हैं|
एक बात और आज हम आपको बता देते हैं कि चिरचिटा के पत्तों के साथ-साथ इसकी जड़ का भी बहुत ही महत्व कई सारी उस दिन निर्माण में इसकी जड़ का प्रयोग किया जाता है खास तौर पर इसकी जड़ दांतों में होने वाले दर्द मुंह के छाले पीठ की परेशानियों को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है तो चलिए आइए जानते हैं विस्तार से चिट्टे की जड़ और चिरचिटा से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में|
Table of Contents
- 1 चिरचिटा की जड़ से होने वाले फायदे |
- 2 1.दांतों में दर्द का होना |
- 3 2.फोड़े फुंसी को एक करने में मददगार |
- 4 3.मुंह के छालों में लाभकारी |
- 5 4.घाव को ठीक करें |
- 6 5.आंखों की समस्या मैं फायदेमंद |
- 7 चिरचिटा के पत्तों के फायदे |
- 8 1.चिरचिटा में मौजूद टॉनिक प्रॉपर्टीज |
- 9 2.चिरचिटा में मौजूद एंटीमाइक्रोबीयल गुण |
- 10 3.चिरचिटा के पत्तों का उपयोग |
- 11 चिरचिटा से होने वाले नुकसान |
- 12 चिरचिटा का दूसरा नाम क्या है ?
- 13 चिरचिटा के नाम हिंदी में:-
चिरचिटा की जड़ से होने वाले फायदे |
दोस्तों चिरचिटा की जड़ से हमारे शरीर में बहुत सारे फायदे होते हैं क्योंकि यह ऐसा अदभुत पेड़ है कि इसकी जड़ भी हमारे काम में आ जाती है इसकी जड़ से आयुर्वेद में बहुत सारी ऐसी दवाई है जो बनाई जाती हैं तो आइए जानते हैं इसके बारे में किस किस काम में आती है कौन सी बीमारियों में काम आती है इन सभी बातों को हम अपने आर्टिकल में आपको बताने वाले जाने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक स्क्रोल करके पूरा पढ़ें |
1.दांतों में दर्द का होना |
दोस्तों चिरचिटा की जड़ का इस्तेमाल दांत दर्द होने में किया जाता है अगर आपके दांतों में दर्द है तो आप चिरचिटा की जड़ का धमाल कर सकते हैं इसके लिए दोस्तों आपको चीते की ताजी जल्द लेनी है और इस जड़ से दातुन बना लेना है निरंतर आप चिरचिटा की जड़ से बने दातुन से दांत साफ करें इससे आपके दातों में होने वाला दर्द मसूड़ों की कमजोरी और आपके मुंह की दुर्गंध दूर होती रहेगी|
2.फोड़े फुंसी को एक करने में मददगार |
चिरचिटा की जड़ त्वचा से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में भी मददगार है खास तौर पर अगर आपको फोड़े फुंसी की परेशानी है तो आप चिरचिटा की जड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं दोस्तों इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आपको चिरचिटा की जड़ लेकर अच्छे से पीस लें और इसे उस स्थान पर लगाएं जहां आप के फोड़े फुंसी निकल रहे हैं दो से 4 दिन इस्तेमाल करने के बाद आप बिल्कुल पहले की तरह ठीक हो जाएंगे |
3.मुंह के छालों में लाभकारी |
दोस्तों चिरचिटा की जड़ त्वचा के साथ-साथ मुंह के छाले ठीक करने में भी लाभकारी सिद्ध हुई है अगर आप मुंह में छाले की परेशानी से ढूंढ रहे हैं |दोस्तों अगर आप इस परेशानी का सामना कर रहे हैं तो परेशान ना हो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं चिरचिटा की जड़ जी हां इसका इस्तेमाल करके आप मुंह के छालों की परेशानी से बच सकते हैं| एक कप पानी में चिरचिटा की जड़ को डाल कर अच्छे से उबालने इसके बाद इस पानी से कुल्ला करें इससे आपके मुंह के छालों की बीमारी से आराम होगा |
4.घाव को ठीक करें |
चिरचिटा की जड़ हादसों पानी के लिए भी लाभकारी मानी गई है इसका आप पकड़ निरंतर इस्तेमाल करते हैं तो बहुत ही जल्द गहरे से गहरा घाव ठीक हो जाता है इसके लिए चिरचिटा की जड़ को पीस लें और उसका एक लेप बना लें इस लेप को अच्छी तरह से गांव के चारों और लगाएं इससे आपका घाव बहुत जल्दी ठीक हो जाएगा
5.आंखों की समस्या मैं फायदेमंद |
चिरचिटा की जड़ आंखों की समस्या में भी फायदेमंद होती है इसकी जड़ से आप आंखों में होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं इसके लिए आप 2 ग्राम करीब चिरचिटा की जड़ ने और इसमें दो चम्मच शहद डालकर इसको अच्छी तरह से पीस लें| उसके बाद आंखों के आसपास आप इस लेप को लगा सकते सकते हैं इससे आंखों की थकान कम होगी और साथी आंखों का दर्द लालिमा इत्यादि ठीक हो जाएगी|
चिरचिटा के पत्तों के फायदे |
चिरचिटा के पौधे के विभिन्न भागों का उपयोग औषधि और आयुर्वेदिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है इसकी पत्तियों में और विजय राज और तेल में प्राकृतिक गुण होते हैं|
जो बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं चिरचिटा में पाए जाने वाले और धर्मों में टॉनिक एंटीमाइक्रोबियल्स एंटीऑक्सीडेंट और गर्भनिरोधक प्रभात शामिल है इसके अलावा चिरचिटा को स्वसन विकारों पाचन संबंधी रोग हो प्रचार संबंधी समस्याओं आदि के इलाज में भी उपयोग किया जाता है| तो आइए जानते हैं इसके पत्तों के फायदे के बारे में |
1.चिरचिटा में मौजूद टॉनिक प्रॉपर्टीज |
दोस्तों चिरचिटा में मौजूद टॉनिक प्रॉपर्टी के कारण यह एक उत्तेजक औषधि मानी गई है यह नियमित रूप से इस्तेमाल करने से यह हमारे शरीर को ताकत और ऊर्जा प्रदान करता है | यह शरीर को बलवान और स्वस्थ रखने में काफी हद तक मदद करता है और शरीर की थकान और कमजोरी को दूर करता है इसमें मौजूद टॉनिक प्रॉपर्टीज के कारण यह मानसिक तनाव थकान और स्वास्थ्य संबंधी कई रोगों के इलाज में उपयोग होता है |
2.चिरचिटा में मौजूद एंटीमाइक्रोबीयल गुण |
चिट्टे में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल्स रोड इसे एक प्रभावी रोग नाशक बनाते हैं दोस्तों यह पौधा विभिन्न प्रकार के माइक्रो ऑर्गेनिक जैसे कि बैक्टीरिया फंगस वायरस आदि के विरुद्ध और सशक्त रूप से लड़ता है| शिव सिटी के अंदर एंटीमाइक्रोबियल्स गुणों के कारण यह हमारे शरीर के संक्रमण को रोकने और उसके इलाज में बहुत ही मददगार है|
3.चिरचिटा के पत्तों का उपयोग |
दोस्तों चिरचिटा के पत्ते में बहुत ही औषधीय गुण होते हैं और इनका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में किया जाता है| चिरचिटा के पत्तों में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट एंटीबैक्टीरियल और एंटीस्पेज्मोडिक गुण होते हैं जो इसे एक प्रमुख बनाते हैं इसका प्रयोग अनेक रोगों में किया जाता है जैसे कि पेट दर्द आपके संक्रमण मधुमेह और विशेषता को कम करने में चिरचिटा के पत्ते बहुत लाभकारी है|
चिरचिटा से होने वाले नुकसान |
- चिरचिटा का इस्तेमाल करते वक्त आपको इसकी डोरी यानी खुराक का बहुत ज्यादा ध्यान रखना होगा क्योंकि क्रिकेटर के ओवरडोज यानी बहुत अधिक मात्रा लेने से जी मिचलाना और उल्टी आने की समस्या उत्पन्न हो सकती है|
- गर्भवती महिलाएं और अपने बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं को चिरचिटा के सेवन से बचना चाहिए यह उनके लिए सुरक्षित नहीं है|
- अगर कोई व्यक्ति खासकर पुरुष अपने बचपन का इलाज करवा रहा हो तो उन्हें भी चिरचिटा के समान से बचना चाहिए |
- 12 साल से कम उम्र के बच्चों को चिरचिटा का इस्तेमाल करने ना दें अगर फिर भी चिरचिटा का इस्तेमाल करना है तो आप अपने किसी चिकित्सक की सलाह लें|
- चिरचिटा की तासीर गर्म होती है इसकी पत्तियों और जड़ के पेस्ट को स्क्रीन पर सीधे लगाने की बजाय से पानी है दूध जैसी किसी भी ठंडे तरल पदार्थ के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें |
चिरचिटा का दूसरा नाम क्या है ?
दोस्तों चिरचिटा का दूसरा नाम क्या है यह आप सर्च कर रहे हैं तो बिल्कुल सही पोस्ट पढ़ रहे हैं मैं आपकी जानकारी के लिए बताता हूं कि चिरचिटा को अनेकों नाम से जाना जाता है इसके बहुत सारे नाम है लेकिन इनमें से कुछ नाम मैं आपको अपने लेख में बताने जा रहा हूं|
चिरचिटा के नाम हिंदी में:-
अपामार्ग लटजीरा चिरचिटा चिरचिरा चिचड़ा आदि नामों से इसको जाना जाता है|
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